108 Surya namaskar benefits in Hindi | सूर्य नमस्कार के 12 बड़े फायदे


108 सूर्य नमस्कार के फायदे

सूर्य नमस्कार योग का एक ऐसा अभ्यास है जो शरीर, मन और आत्मा — तीनों को संतुलित करता है। इसमें 12 योगासन शामिल होते हैं जो पूरे शरीर की एक्सरसाइज का काम करते हैं। अगर आप रोज़ाना 108 सूर्य नमस्कार करते हैं, तो यह वजन घटाने, मांसपेशियों को मजबूत करने और मानसिक शांति पाने का एक प्राकृतिक तरीका है।

108 सूर्य नमस्कार न केवल शारीरिक फिटनेस देता है बल्कि यह आपकी इम्युनिटी, ऊर्जा और एकाग्रता को भी बढ़ाता है।

सूर्य नमस्कार क्या है? (Surya Namaskar in Hindi)

सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar) योग का एक प्राचीन अभ्यास है जिसे सूर्य देव को अर्पित किया जाता है। “सूर्य” का अर्थ है सूरज और “नमस्कार” का अर्थ है प्रणाम या अभिवादन। यह एक संपूर्ण शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक योग क्रिया है। इसमें 12 आसनों का एक क्रम (Sequence) होता है, जिन्हें सांसों के साथ तालमेल में किया जाता है। हर आसन शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर प्रभाव डालता है — जैसे पीठ, पैर, पेट, और कंधे।

सूर्य नमस्कार करने के 12 बड़े फायदे 



  1. वज़न कम करने में मददगार:  सूर्य नमस्कार से कैलोरी बर्न होती है और मेटाबोलिज़्म तेज़ होता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।
  2. पाचन तंत्र को सुधारता है: पेट और आंतों की मांसपेशियों पर असर डालकर यह कब्ज और अपच जैसी समस्याओं को दूर करता है।
  3. हार्मोन संतुलन बनाए रखता है:  यह थायरॉइड और अन्य हार्मोन ग्रंथियों को सक्रिय करता है, जिससे शरीर का हार्मोन बैलेंस बेहतर रहता है।
  4. दिल की सेहत के लिए फायदेमंद: नियमित सूर्य नमस्कार से हृदय स्वस्थ रहता है और रक्त संचार बेहतर होता है।
  5. तनाव और चिंता कम करता है: यह मानसिक शांति और फोकस बढ़ाने में मदद करता है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है।.
  6.  फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाता है:  रीढ़, कंधे, पीठ और पैर की मांसपेशियाँ लचीली बनती हैं।
  7. मांसपेशियों को मजबूत करता है: पूरे शरीर की मांसपेशियों को टोन और स्ट्रॉन्ग बनाता है।
  8. त्वचा की सेहत सुधारता है: शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने से त्वचा में निखार आता है और डिटॉक्स भी होता है।
  9. श्वास प्रणाली मजबूत बनाता है: यह फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है और साँस लेने में सुधार लाता है।
  10. ऊर्जा स्तर बढ़ाता है: दिन की शुरुआत में सूर्य नमस्कार करने से शरीर में ऊर्जा और स्फूर्ति आती है।
  11. शरीर में संतुलन बनाए रखता है: यह संतुलन और कोऑर्डिनेशन बेहतर करता है, जिससे गिरने या चोट लगने का खतरा कम होता है।
  12. नींद सुधारने में मदद करता है:नियमित अभ्यास से नींद गहरी और शांत होती है।

सूर्य नमस्कार करने का सही तरीका (Step-by-Step Guide)

सूर्य नमस्कार कुल 12 योगासन (Steps) का क्रम है, जिसे एक बार करने पर पूरा शरीर सक्रिय हो जाता है। जब आप इसे 108 बार करते हैं, तो यही क्रम बार-बार दोहराया जाता है।



नीचे सूर्य नमस्कार के 12 चरणों का सरल विवरण दिया गया है —
  1. प्रणामासन (Prayer Pose): दोनों हाथ जोड़कर सूर्य को नमस्कार करें।
  2. हस्त उत्तानासन (Raised Arms Pose): सांस अंदर लेते हुए हाथों को ऊपर और पीछे की ओर ले जाएँ।
  3. हस्त पादासन (Hand to Foot Pose): सांस छोड़ते हुए झुकें और पैर के अंगूठों को छुएं।
  4. अश्व संचलनासन (Equestrian Pose): दाहिना पैर पीछे लें और सिर ऊपर उठाएँ।
  5. दण्डासन (Plank Pose): दोनों पैर पीछे लेकर शरीर सीधा रखें।
  6. अष्टांग नमस्कार (Eight Limbed Pose): शरीर को नीचे लाकर आठ अंग ज़मीन से लगाएँ।
  7. भुजंगासन (Cobra Pose): सांस अंदर लेते हुए छाती ऊपर उठाएँ।
  8. पर्वतासन (Mountain Pose): सांस छोड़ते हुए कूल्हे ऊपर उठाएँ, शरीर उल्टे “V” आकार में।
  9. अश्व संचलनासन (Equestrian Pose): बायां पैर आगे लाएँ।
  10.  हस्त पादासन (Hand to Foot Pose): दूसरा पैर आगे लाकर झुकें।
  11. 11 हस्त उत्तानासन (Raised Arms Pose): सांस अंदर लेते हुए ऊपर उठें।
  12.  प्रणामासन (Prayer Pose): प्रारंभिक स्थिति में लौटें।

Conclusion 

108 सूर्य नमस्कार सिर्फ एक योग अभ्यास नहीं, बल्कि शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करने वाला शक्तिशाली साधन है। यह हमारी ऊर्जा को बढ़ाता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है और मानसिक शांति प्रदान करता है। नियमित रूप से 108 सूर्य नमस्कार करने से फिटनेस, लचीलापन, वजन नियंत्रण और संपूर्ण स्वास्थ्य में अद्भुत सुधार देखा जा सकता है। इसलिए अपने रोज़ के जीवन में सूर्य नमस्कार को शामिल करें और स्वस्थ, संतुलित एवं सकारात्मक जीवन की ओर कदम बढ़ाएँ। 🌞🧘‍♂️


एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने